नमस्कार दोस्तों , मैं राहुल , आप सब तो मुझे अच्छे से जानते हैं। मैं हर बार एक नयी सच्ची कहानी लेकर आप लोगो से मिलता हूँ। जैसा कि मैंने आपको पहले भी बताया है , कि मेरी सूंदर और आकर्षक पर्सनालिटी का मैंने भरपूर फायदा उठाया है और बहुत सी लड़कियों को चोदा है। सिर्फ लडकियां ही नहीं भाभियाँ और तीन चार तो शादी शुदा अंटियों को भी चोद चूका हूँ।
जिन आंटियों के मैंने चोदा था वो सभी करीब करीब मेरी माँ की उम्र की थीं. और हर Antarvasna Sex Story की कहानी बहुत मजेदार और सेक्स से भरपूर है। दोस्तों आज मैं आपको बताने जा रहा हूँ कि किस तरह से मैंने अपने ऑफिस की सेक्सी मैनेजर को चोदा।
यूँ तो मैं पहले दिन से ही मेरी मैनेजर को चोदने के सपने देखता रहता था , पर नौकरी खोने के डर से कभी बात आगे नहीं बढ़ पायी। मेरी सेक्सी और हॉट मैनेजर का नाम करिश्मा है वो एक शादीशुदा महिला हैं पर रहती ऐसे है जैसे मनो अभी कॉलेज की लड़की हो, करीब पांच फुट सात इंच की लम्बाई है उस सेक्सी महिला की।
रंग गेहुआं है और फिगर एक दम फिल्मी मॉडल जैसी , ३८-३०-३६। वैसे तो उसकी उम्र करीब पेंतीस साल होगी पर उसने खुद के शरीर को पूरा फिट रखा हुआ है। कपडे भी हमेशा टाइट पहनती है जिस की वजह से उसकी चूचियां और गांड हर किसी को उसकी तरफ आकर्षित करते हैं।
जीजा को पटाकर चूत की सील तुड़वा ली -Jija Sali Ki Chudai
मैं जब भी मेरी सेक्सी मैनेजर करिश्मा को देखता मेरा लण्ड खड़ा हो जाता। सिर्फ मेरा ही नहीं , ऑफिस के सभी जवान और बूढ़े मर्द उसके नाम की मुठ मारते थे वो थी ही इंतनी सुन्दर। वो भी सब मर्दों को भरपूर तड़पाती थी , कभी झुक कर अपनी चूचियां दिखा कर कभी जमीन पर कुछ गिरा कर उसे उठाते हुए अपनी गांड के दर्शन दे कर।
एक दिन मुझे किसी काम से मेरी मैनेजर के केबिन में जाना पड़ा। लेकिन मेरी मैनेजर के केबिन का दरवाजा अंदर से बंद था। दो तीन मिनट बाद मेरी मैनेजर करिश्मा आयी और दरवाजा खोला। मैंने वहाँ देखा कि विवेक ऑफिस के अंदर था जो कि मेरे साथ ही काम करता है।
मुझे कुछ शक हुआ पर मैंने बिना उस बारे में कोई बात किये अपना काम किया और निकल गया। मैंने विवेक से बहुत बार पूछा तो वो बोला कि मुझे डांट पड़ रही थी। आवाज बहार ना जाए इसलिए दरवाजा बंद था। खेर उस बात को भी अब पंद्रह दिन बीत गए और मैं इस बारे में भूल भी गया।
फिर एक दिन करिश्मा ने मुझे अपने केबिन में बुलाया और मुझे बताया कि उसने मेरी प्रमोशन कर दी है। अब मैं सीनियर एच आर मैनेजर बना दिया गया हूँ और मेरी सैलरी भी सत्तर हजार से बढ़कर एक लाख तीस हजार हो गयी है। मैं बहुत खुश था और मैंने तुरंत पुरे ऑफिस को पार्टी दी।
मेरी मैनेजर करिश्मा के पति भी उसी ऑफिस में काम करते थे , वो हमारे सीनियर मैनेजर थे। उन्होंने मुझे अपने घर पर इन्वाइट किया रात के खाने पर। करिश्मा ने भी मुझे बोला , हाँ राहुल आजा तू रात में पार्टी करेंगे। दारु तेरी तरफ से खाना हमारी तरफ से। मैंने भी मना नहीं किया और रात में पुरे आठ बजे उनके घर पहुँच गया।
उस रात करिश्मा को मैं बस घूरता ही रह गया। उसने लाल रंग की साडी पहनी हुयी थी जो कि मुझे उत्तेजित करने वाला रंग है। काले रंग का ब्लाउज उसकी लाल साडी पर बहुत जम रहा था। उसी ने दरवाजा खोला और हम अंदर चले गए।
मैंने रस्ते से 6 बियर और ३ व्हिस्की ले ली थी। अंदर जाते ही हम थोड़ी देर बात करने के बाद शराब पिने लगे। हम तीनो ने एक एक बियर उठायी और सीधे बोतल से पीने लगे।
उसके बाद हम तीनो ने एक बोतल व्हिस्की की भी पी ली। करिश्मा के पति को शराब का नशा ज्यादा हो गया था और अब वो पता नहीं किस बात को लेकर वो मेरी सेक्सी और हॉट मैनेजेर अर्थात अपनी धर्म पत्नी करिश्मा पर गुस्सा होने लगे। उसे गन्दी गन्दी माँ बहनों की गालिया देने लगे। मुझे समझ नहीं आया और करिश्मा भी उठ कर किचन में चली गयी।
मैं उसके पीछे पीछे गया और पूछा , मुझे लगता है मुझे जाना चाहिए। वो बोली नहीं राहुल , इनका तो रोज का यही है। तुम अपना मूड ना खराब करो। इतने में उसका पति आया और गुस्से में सारा खाना जमीन पर गिरा दिया। मैंने उन्हें बहुत मुश्किल से समझाया और बाहर बिठाया।
फिर वो मुझे बोलने लगे सॉरी राहुल , ऐसा करो तुम करिश्मा के साथ जाओ और बाहर से खाना ले आओ। मैं और करिश्मा मेरी बाइक मार्किट चले गए खाना लेने। करिश्मा ने अपने कपडे बदल लिए थे और अब सिर्फ एक टीशर्ट और शॉर्ट्स पहनी हुयी थी।
वो दोनों तरफ टाँगे कर के बैठी हुयी थी और उसकी चूचियां मेरी पीठ से टकरा रही थी। मेरा लण्ड खड़ा हो चूका था पर किसी तरह मैं आज भी कण्ट्रोल कर रहा था।
हमने एक होटल से खाना पैक करवा लिया और वापिस आने लगे। रस्ते में करिश्मा मुझे पूछने लगी कि ऑफिस में तेरा चक्कर रिया से चल रहा है ना। मैंने बोला मैडम पहले था अब नहीं है।
उसने पूछा क्यों तो मैंने बताया बस मैडम जो काम था कर लिया अब गले थोड़ी ना बांधना था उसे। वो शायद समझ गयी पर फिर भी पूछने लगी केसा काम। हम तीनो ने ही शराब पी रखी थी तो मैं भी थोड़ा बेशरम होकर बोला मैडम खाना था उसे खा लिया अब किसी और को खाऊंगा। वो हंसने लगी और बोली तू तो बड़ा कमीना है साले।
अब मैं भी हंसने लगा और मैंने अचानक से महसूस किया वो अब मुझसे बिलकुल चिपक कर बैठ गयी थी और अब धीरे धीरे बेशर्म होकर मुझसे बातें करने लगी थी। कितनो को खाया है , आज कल किसको खा रहा वगेरा वगेरा। मैं भी बेशरम होकर बोलता रहा आज कल तो इसे चोद रहा हूँ पर अब कोई नयी चुत की तलाश में हूँ।
वो भी बोलने लगी पता है साले मुझे सब , रिया मेरी दोस्त है बताती थी कैसे तूने उसकी चुत का भोसड़ा बना दिया है अपने सात इंची लण्ड से। हम हंस रहे थे और दारु के नशे में बेशर्म होकर चुदाई की बातें कर रहे थे।
इतने में मेरी प्यासी मैनेजर करिश्मा ने मुझे बोला कि बाइक रोक कुछ काम है। उस जगह पर सड़क पूरी सुनसान थी पर मैंने बाइक रोक ली। वो मुझे थोड़ा साइड लेजाकर बोली मेरा एक काम कर देगा राहुल। मैंने बोला बताओ , उसने तुरंत मेरा हाथ उठा कर अपनी चूचियों पर रखा और बोला आज मुझे चोद दे यार बहुत प्यासी हूँ मैं।
मैं उसे देखता रहा और उसकी चूचियां मसलता रहा। वो मुझे बार बार पूछती रही बोल राहुल चोदेगा ना मुझे बोला ना राहुल बुझा देगा मेरी प्यास। मैंने उसे अपनी तरफ खींचा और उसके होंठ चूमने लगा। साथ साथ उसकी चूचियां अब मैं जोर से दबाने लगा। उसने भी मेरा लण्ड मेरी जीन्स के ऊपर से ही पकड़ लिया और मसलने लगी।
मैंने मेरा हाथ मेरी प्यासी मैनेजर की शॉर्ट्स के अंदर डाला और उसकी चुत में दो उँगलियाँ घुसा दी। वो कामुक होकर बोली आअह्ह्ह्हह…. आज मेरी प्यास भुजा दो डार्लिंग….. इतने में हमें एक बाइक की आवाज सुनाई दी और हमें होश आ गया।
करिश्मा मुझे बोली राहुल मेरी बात ध्यान से सुन। अब हम घर जाकर खाना खाएंगे , तू अब और शराब मत पीना बस मेरे पति को पीला देना और उस बहन के लौड़े को शराब के नशे में तलनी कर देना। मैं एक गोली दूंगी नीद की वो उसकी शराब में मिला देना।
दोस्तों मैं भी मेरी प्यासी मैनेजर की चुदाई की प्यास भुजाना चाहता था तो मैं एक बार में मान गया और हम उसके घर पहुँच गए। वहाँ उसका पति और शराब पी रहा था और अब तो उस से खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था। मैं खाना लेकर करिश्मा के साथ किचन में चला गया और बोला मेरी जान तेरा पति तो बेहोश है गोली की जरुरत नहीं। वो बोली अब साले बहुत जान जान बोल रहा।
नशे में मदहोश साली की ताबड़तोड़ चुदाई -Jija Sali Ki Chudai
मैंने बोला बहुत दिनों से तुझे देख कर मुठ मार रहा था पर आज लगता है तेरी चुत मरूंगा। वो बोली साले मैं तो बहुत इशारे करती थी तू है ही गांडू जो समझ नहीं पाया। मैंने रिस्क नहीं लेना और रात का मजा खराब नहीं करना , तू जा मेरी नामर्द पति को ये गोली दे शराब में, मैं आती हूँ।
मैं उसके पति के पास चला गया और मेरी चुदाई की प्यासी मैनेजर बाथरूम में जाकर अपनी ब्रा और पेंटी उतार कर सिर्फ टीशर्ट और शॉर्ट्स में बाहर आयी। अब जो पूरा झुक कर अपने पति को और मुझे खाना खिला रही थी और मुझे अपनी चूचियों का भरपूर दर्शन दे रही थी। उसका पति टेबल पर ही सिर रख कर सो गया। मैंने अपनी जीन्स थोड़ी निचे की और अपना सात इंची खड़ा लण्ड धीरे धीरे हिलाने लगा।
वो मेरा लंड देख कर खुद को रोक नहीं पायी और मेरे बगल में आकर खुद हिलाने लगी। पांच मिनट रुक कर उसने अपने पति को चेक किया कि ये सो गया है या नहीं। वो पूरी बेहोशी की हालत में था और अब करिश्मा मेरी गोद में आकर बैठ गयी। और बोली अब बता माधरचोद साले क्या प्लान है।
मैंने मेरी प्यासी मैनेजर से बोला… जिस रांड को देख कर एक साल से मुठ मार रहा हूँ आज रांड को आज चोदना है। वो बोली साले तू तो अब मुझे गालिया देने लगा , मैंने बोला तू है ही गालिया सुनने के लायक।
उस दिन ऑफिस में केबिन अंदर से बंद करके विवेक के साथ क्या कर रही थी। वो बोली राहुल तुझे झूठ नहीं बोलूंगी , वो ऑफिस के केबिन में मुझे चोद रहा था। पर तू आ गया और उसका डर से सारा माल निकल गया। मैंने उसे थपड मार के भगा दिया और खुद प्यासी रह गयी।
फिर मेरी चुदाई की प्यासी मैनेजर ने मेरा लण्ड पकड़ा और बोली पर आज लगता है कि मेरी प्यास बुझ जाएगी और मुझे किस करने लगी। उसका पति उसके बगल में सोया हुआ और वो साली मुझसे चुदवाने की तैयारी कर रही थी। मैंने भी उसे अपनी बाहों में भरा और चूमने लगा।
मैंने उसे टेबल पर बिठा दिया और उसकी टाँगे खोल दी और अब हम लगातार एक दूसरे को चुम रहे थे। वो टेबल पर अपने हाथ के सहारे बैठी हुई थी और मैं उसकी जीभ को काट रहा था। मैंने उसकी टीशर्ट उतारी और उसे उसकी मोटी मोटी चूचियों पर अपना मुँह रख कर चूसने लगा।
वो भी अब आगे होकर मेरा सिर अपनी छाती पर दबा रही थी और मैं लगातार उसकी छाती से लिपट कर अपने दांतो और जीभ से उसे गरम कर रहा था। फिर मैंने मेरी चुदाई की प्यासी मैनेजर को पूरी नंगी धडंगी करने की सोचा और फिर मैंने बिना वक्त गवाए उसके शरीर पर से सारे कपडे उतार डाले।
अब मेरी चुदाई की प्यासी शादीशुदा मैनेजर पूरी तरह नंगी हो चुकी थी और मुझे भी कर चुकी थी। मेरी मैनेजर की गोरी चुत देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने सीधे अपना मुँह उसकी चुत पर रख दिया और उसकी चुत के दाने को काटने लगा।
वो बोली आह्ह्ह्ह आह्हः राहुल साले बहनचोद मजा आ रहा है , साले कुत्ते चाट मेरी चुत और लगातार मेरे सिर को अपनी जांघो में कैद कर के चुत चटवाने का मजा ले रही थी।
दस मिनट तक मै उसकी चूत को मेरी जीभ से चोदता रहा और मैंने उसकी चुत की गर्मी बढाई और उसका पानी निकाल दिया और जीभ से चाट कर उसकी चुत साफ़ की। अब मैंने उसे गोद में उठाया और बोला मेरी जान मेरी रांड का बैडरूम किधर है।
उसने मुझे बैडरूम का रास्ता दिखाया और मैं मेरी चुदाई की प्यासी नंगी मैनेजर को गोद में उठा कर बैडरूम की तरफ चला गया और उसे बेड पर पटक दिया। और अपने 9 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे लण्ड को सहलाने लगा।
वो बेड पर ही कुतिया बन गयी और मैं खड़ा था। मेरी नंगी मैनेजर ने मेरा लण्ड अपने मुँह में डाल लिया और उसे चूसना शुरू कर दिया।
चुदवाने में बिलकुल माहिर थी वो बहन की लौड़ी उसे मेरा लंड चूसते वक्त अपनी गांड को पूरा पीछे से उठाया हुआ था , कमर निचे और सिर गांड के बराबर कर के लण्ड चूस रही थी साली रंडी छिनाल। मैंने उसे गालिया देते देते उसकी गांड पर बहुत थपड मारे और रंडियो की तरह उस से अपना लण्ड चुसवाया।
वो बोली रिया साली हरामजादी सही कहती थी , तेरे लण्ड की बात ही कुछ और है। वो यही सब कामुक बातें बोलती रही और लगातार मेरे लण्ड और मेरे टट्टों को चुस्ती रही।
अपनी चूचियों के बिच में लण्ड डाल कर उसने अपनी चूचियां भी चुदवा ली और फिर से लण्ड मुँह में डाल कर मुँह चुदवाने लगी और मुझे ब्लोजॉब का सुख देंते लगी। मैंने भी उसके बाल पकडे और जी भर के लण्ड चुसवाया।
करीब पंद्रह मिनट बाद उसने मेरा लण्ड छोड़ा और अब पीछे की तरफ घूम गयी और अपनी गांड मेरी तरफ कर के कुतिया बन गयी। और बोली बस मेरी जान अब नहीं रहा जाता , अब मेरी चुत का भोसड़ा बना दे। मैंने एक बार फिर उसकी गांड पर थपड मारा और बोला तेरी गांड तो बहुत बड़ी है साली लगता है बहुत गांड मरवाती है।
मेरी मैनेजर बोली चल बहनचोद मेरी चुत और गांड दोनों प्यासी है इन्हें तेरा लण्ड खिलाती हूँ अंदर तो मोटी तो होगी ही। अब तू अपना भी खोल डाल और दिखा कि ऑफिस की लड़कियां सच बोलती हैं तेरे लौड़े के बारे में या नहीं। मैंने भी उसके बाल खींचे और बोला ठीक है मेरी रांड चल फिर अब तैयार हो जा और उसकी चुत पर लण्ड रखा और एक झटके में उसकी चुत में पूरा लण्ड घुसा दिया।
वो चीख पड़ी आआह्ह्हह्ह्ह्ह और बोली हाय मजा गया अब रुकना नहीं मेरे गांडू यार , दिखा दे अपने लण्ड का कमाल। बस फिर क्या था , मैंने भी जोर जोर से धक्के देने शुरू किये और वो तो बस आअह्ह्ह आआह्ह्ह आह्ह्ह्ह है साले आआह्ह्ह्ह और तेज और तेज आअह्ह्ह्ह और अंदर मेरी जान घुस जा पूरा अंदर आअह्ह्ह।
वो बेधड़क होकर चिल्ला रही थी क्यूंकि पुरे घर में सिर्फ उसका बेहोश पति में और वो थे। मेरी शादीशुदा मैनेजर की चूत चुदाई की आवाजों का पूरा घर गवाह बन रहा था और हम दोनों बस एक दूसरे में खोये हुए चुदाई का मजा ले रहे थे। १० मिनट मैंने उसे कुतिया बना कर चोदा और फिर वो सीधी हो गयी।
मैं अभी भी खड़ा था और अब मैंने उसकी एक टांग उठा ली और दूसरी सीधी हवा में लटक रही थी और ऐसे ही उसकी चुत को फिर से चोदना शुरू किया। वो अपनी चूचियां दबा रही थी और बस आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह और तेज और तेज आअह्ह्ह्ह आआह्ह्ह कर रही थी। बार बार बोल रही थी साले राहुल आज पहला मर्द मिला है मुझे अब तुझे खुद से दूर नहीं जाने दूंगी
मेरी जान मुझे ऐसे ही चोदते रहना , मैं तेरी लाइफ बना दूंगी। और फिर से आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह चोद ना साले और जोर से चोद ना आअह्ह्ह्ह… उई माँ आह… आह…. उई…आह….आह… करेने लगी । करीब पंद्रह मिनट तक मैं उसे इसी पोजीशन में चोदता रहा और अब उसे उठा कर खुद लेट गया और उसे अपने ऊपर बिठा दिया। उसने भी खुद ही मेरा लण्ड पकड़ा और अपनी चुत में डाल कर उछलने लगी।
अब मैं उसकी चूचियां दबा रहा था और वो जोर जोर से अपनी गांड ऊपर निचे कर रही थी और चुदाई का मजा ले रही थी। इस बार १० मिनट में झड़ गयी वो और में भी झड़ने वाला था। मैंने उसे पूछा कि चुत में लेगी मेरे लण्ड का माल वो बोली नहीं मेरी जान मुझे चखना है तेरा माल। इतना बोल कर वो अपने घुटनो के बल बैठ गयी और मैं बेड पर खड़ा होकर उसके मुँह में लण्ड डाल कर चुसवाने लगा।
करीब पांच मिनट की जोरदार चुदाई के बाद मेरे लण्ड ने भी हार मानी और पूरा माल उसके मुँह में फेंक दिया। वो भी मेरे लण्ड से नीलके काम रस का एक एक कतरा पी गयी और अब हम ऐसे ही नंगे एक दुसरे से चिपक कर लेट गए। उसे बिलकुल होश नहीं था। पर पांच दस मिनट बाद होश में आकर अब फिर से मुझसे चिपक गयी और मेरा लण्ड से खेलने लगी।
मैंने भी दुबारा उसे चूमना शुरू किया और उसकी चूचियों को दबाने लगा। करीब पंद्रह मिनट तक हम ऐसे ही एक दूसरे के बदन से खेलते रहे और अब फिर से गर्म होने लगे।
अभी भी मेरी प्यासी मैनेजर की चुदाई की प्यास नहीं भुजी थी वो साली रंडी उठी और एक बार फिर मेरा लंड चूस चूस के खड़ा किया और इस बार घोड़ी बन कर दिवार के सहारे खड़ी हो गयी और बोली जान तूने चुत की प्यास तो बुझा दी अब गांड की आग ठंडी कर दे यार।
मैंने भी उसकी गांड देख कर खुद को रोक नहीं पाया और उसकी गांड मारनी शुरू कर दी। उसकी गांड टाइट थी तो एक झटके में मेरा लण्ड नहीं गया अंदर पर जोर से दो तीन धक्के मर कर मैंने लण्ड उसकी गांड के अंदर पूरा गाड़ दिया। वो मेरा लण्ड गांड में सेहन नहीं कर पायो फिर बोली उईई…… माँ मर गयी आई… आह… आह….
फिर करीब एक मिनट बाद उस साली रांड ने अपनी गांड हिलना शुरू किया और अब गांड मरवाने का मजा ले रही थी। मैंने भी पूरा दम लगाकर उसकी गांड मारी और इस बार उसकी गांड में ही झड़ गया। अब उसे मैंने अपनी तरफ घुमाया और होंठ चुम कर बोला बुझ गयी प्यास तेरी गांड की गांडू रंडी।
वो बोली हां मेरी जान थैंक यू। हम फिर लेट गए और उस रात मैंने करीब 3 बार उस चुदाई की प्यासी मैनेजर की चुत और दो बार उसकी गांड मारी। उस रात के बाद से अब उसे कोई और लण्ड ढूंढने की जरुरत नहीं पड़ती थी और मेरा काम अब विवेक करता है और मैं सिर्फ अपनी मैनेजर को चोद कर पैसे कमा रहा हूँ।