मेरा नाम बाबर हे मे एक मौलवी हु मेरा निकाह नहीं हुआ था मे जिस मस्जिद का मोलबी था उस मै सब लोग ओरत नवाज पड़ने आते थे एक दिन में रुकसान को देखा तो मै उस देख का ही रहे गाया था बो बहुत ज्यादा खूब सूरत नज़र आ रही थी मे मन ही मन सोच रहा था कि या अल्लाह हे मेरी बेगम होती तो मोज होती मैरी इस तरह बो रोज सुबह सुबह मस्जिद में नमाज़ पढ़ने आती थी.
एक दिन जब मैं रुकसाना के घर के पास से निकल रहा था कि मैं देखा कि उस के धर के पास बहुत लोग कड़े थे मैं जाकर देखा कि रुकसान को उसका शौहर पिट रहा है मैं सोचा कि क्या बात हुई है इकनी खूबसूरत बेगम को पीट रहा है लड़ाई को 10मिनट से ज्यादा समय हों गाया था कि अचानक से रुकसान के शौहर ने उस को तलाक दे दिया था.
रुकसान रोने लगी और फिर अपने आबा के घर चली गई थी 2/3दिन के बाद रुकसान के शौहर मेरे पास आई और मुझे कहा कि मौलाना साहब मुझ से गलती हों गाही हैं मुज को रुकसान से दुबार निकाह करने चाता हू तो फिर मे उस काह की तरह बेगम को दूसरे के साथ निकाह कर उस के साथ सेक्स करना पड़ेगा तो उस ने कह की टीक हाँ.
रुकसान को उसके अब्बू ने समजाया के तुम हलाल कर लो तो रुकसान मान गई जब रुकसान का हलाल होन की बात कही तो उसके शौहर एस आदमी को डूड रहे थे को उसने मुझे कहा कि मौलाना साहब आप क्यों ना मैरी बीबी को हलाल कर लो तो मै उस का टीक ह लेकिन एक शर्त हैं यदि तुमरी बेगम महीन से डट जाती है तो मै उस तलक नही दूंगा.
वो मेरी बात मान गाया दूसरे दिन सुबह मस्जिद में मेरा निकाह रुकसान के साथ हुआ तो मै बहुत ज्यादा खुश था रात हुई सब लोग सो गई मे रुकसान के पास पहुंचा और फिर उसे बात करने लगे कुछ देर बाद मैंने उसे कहा कि अब क्यों ना हम लोग एक दूसरे से चिपक कर सेक्स कर ले तो फिर रुकसान मान गई मे भी उसके साथ किस कर ने लागा ओर उसके गुलाबी होंठ चूसने लगा.
और वो भी मेरा पूरा साथ देने लगी फिर मैंने उसके स्तन दबाने लगा और फिर उसके कपड़े उतारने लगा और वो एक दम नंगी हो गई थी और फिर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और फिर मैंने उसके स्तन चूसने लगा थोड़ी देर बाद वो एक दम मस्त हो चुकी थी और मैं उसे देख कर काह की तुम मेरा लैंड को चूस लो तो रुकसान ने पेल को मना कर दिया.
फिर कुच देर बाद उसने कहा ठीक हे और फिर मैंने अपना लैंड को उसके मुंह में डाल दिया और फिर बो बहुत ज्यादा खुश हो कर चूस रही थी और फिर मैंने अपना लैंड को उसके मुंह से छीन कर उसकी चूत में डालने लगा तो मैंने देखा कि उसकी चूत एक दम ठाहित है और फिर मैंने अपने लैंड को उसके चूत में धीरे से डाला तो लैंड बहुत ज्यादा टाइट जा रहा था.
और फिर कुच देर बद मैन उसकी चूत को चोद ने लगा था तो मैंने देखा की उस की चूत में से खून निकल रहा है और मे उस समय उस चोद ने लगा था और वो रोने लगी थी आ आ यहां अल्ला मार डाला इस बरम शौहर ने में जशे जटका मरता रुकसान रोक कहती आय अल्ला बचा ले इस 10/15मिनट के बाद मैंने उसकी चूत को जोर जोर से चोद रहा था.
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रुकसान आ आ आ आ आ मर गए या अल्लाह मार डाला चिला रही थी मैं भी जमकर चोद रहा था और फिर मै जर गया उस रात मैंने उसको 3बार चोद सुबह जब मैं उठा तो मैंने देखा कि रुकसान मेरे पास नगी सो रही है और फिर मैंने उसके दोनों स्तनों को दबाने लगा और वो जग गही में उसके स्तन चूसने लगा.
वो भी मेरा साथ देने लगी फिर मैंने उसे एक बार और चोद दिया मैं रुक साना से पूछा कि तुम अब तक सील पैक केश हो रुकसान ने कहा कि मेरा शौहर एक ग्रे है और हमारे खानदान में निकाह कवल खानदान के लड़को के साथ निकाह किया जाता है यह मेरी चाचा का लड़का है। मैं रुकसान से पूछा की क्या तुम को रात में मजा आया या नहीं.
रुकसान ने कहा बहुत ज्यादा मज़ा आया मैं रुक साना से पूछा कि तुम जीवन भर मेरे साथ निकाह कर कर रहे रहस्की हो रुकसान ने कहा कि हमारे खानदान वाले मान जाह तो मे कह टीक है मे बहुत ज्यादा खुश था सुबह उस पर चला भी नहीं जा रहा था तभी मुझे फोन आया की मोलान साहब कहां पर हो मैंने कहा घर पर हूं तो उन्होंने कहा एक निकाह पढ़ाना है.
मैंने कहा ठीक है 1 घंटे में आता हूमै निकाह वाले स्थान पर पोचा। तो मै देखा कि बाह पर सारी तैयारी हो चुकी है एक और लड़की एक और लड़का बैठा हुआ है मैंने जाकर दोनों का निकाह पढ़ाना शुरू किया मैंने लड़की से पूछा क्या तुम्हें यह निकाह कबूल है तो लड़की ने कहा कबूल है और फिर लड़की से पूछा क्या तुम्हें यह निकाह कबूल है लड़के ने कहा मुझे यह नेकाह कबूल नहीं है क्योंकि मैं एक दूसरी लड़की से प्रेम करता हूं इसलिए मैं यह निकाह नहीं कर सकता.
वहां पर बैठे सभी लोगों सन्नाटा छा गया और लड़की रोने लगी और लड़की के घरवाले रोने लगे अब हमारी बेटी से कौन निकाह कर गाय लड़की भागते हुए कमरे में बंद हो गई और फिर सब लोग उसके पीछा कर रहे थे उस लडकी ने फासी लगानी चाहिए तवी में कमरे का गेट को तोड़ दिया और उसकी टांगो को upar कर के बचाया था. “Muslim Girl Threesome Sex”
और फिर उस समझा की ऐसा नहीं कर सकते हम अल्ला ने जीवन दिया है तो आत्म आत्या नही करनी चाहिए तवी उस लडकी ने कहा कि अब मेरे साथ निकाह कोन करे गा तो मैंने कहा अल्ला ने कोई ना कोई को तुमारे लिए बनाया ओ गा तभी एक आदमी ने कहा मौलाना साहब आपकी भी तो निकाह नहीं हो रहा क्यों ना तुम इस के साथ निकाह कर लो.
मैंने कहा है ऐसा नहीं हो सकता तभी लड़की ने कहा ऐसा क्यों नहीं हो सकता मैंने कहा कि मेरी एक महीने की अलाला बेगम है लड़की ने कहा तो होने दीजिए मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता मैं तुम्हारे साथ निकाह करने के लिए तैयार हूं सब लोगों ने कहा मौलाना साहब इस की जान बचाई मैंने कहा ठीक है लेकिन दूसरा मौलाना बुलाना पड़ेगा नहीं तो तभी लोगों ने कहा ठीक है.
दूसरे मौलाना ने हम दोनों का निकाह पढ़ाया मे उस लेकर अपने घर आ गया और फिर रुकसान ने हम दोनों को देख कर काह की आप को कहे रहे थे कि मेरा निकाह नहीं हुआ है और फिर यह नहि बेगम काह से ले आ रुखसाना तू सारी घटना बताई की इसके होने वाले सोहर ने इसके साथ निकाह कर ने मना कर दिया था.
रुखसाना मान गई और था टीक है मैंने नहीं बेगम से नाम पूछा जी मेरा नाम नुरजा हे मैंने पूछा क्या तुम अपने बारे में और कुछ बता सकती हो नूरजहां बोली मेन बीकॉम की पढ़ाई करी हुई है और राजस्थान के रहने वाले हैं मेरे अब्बा बहुत गरीब हैं मैंने पूछा क्या तुमने कभी सेक्स किया है उसने कहा नहीं हम तीनों ने मिलकर खाना खाया और दिन भर मौज मस्ती की.
रात हुई मैंने रुखसाना से कहा की आज हम तीनों मिलकर एक साथ सुहागरात मेंबनेंगे तभी दोनों ने एक साथ हसीं आ गई मैं नुरजा के साथ किस करने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी और रुकसान ने नुरजा को नंगी कर दिया और उसकी चूत को चूस रही थी और मैं किस करने लगा था अब हम तीनों नगे हो गई. बो दोनो को में ने कहा कि अब मेरे लैंड को चूस लो और फिर नुरजा मेरे लैंड को चूस ने लगी और रुकसान नुरजा की चूत को चूस रही थी मे अपने लैंड को नुरजा की चूत में धीरे धीरे से डाला सुरु कर दिया नुरजा रोन लगी बाबर मुझ छोड़ दो मार डाला चिला रही थी और मैं उसकी चूत को जोर जोर से चोद रहा था. “Muslim Girl Threesome Sex”
और वो आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ मार डाला चिला रही रुकसान ने अपनी चूत को उसके मुंह में डाल दिया नुरजा को बहुत दर्द हो रहा था और मैं उसकी चूचियों को मुंह में भर कर चूसने लगा और चोद ने लगा था नुरज को 30मिनट तक चोद रहा था और फिर से नई नवेली बेगम की चूत में जर गया था.
उसके बाद मैंने रूक साना को पकड़ा और उसे चोद ने लगा रूक साना जो कल रात में चुदीह की इस लिए उसे कम दर्द हो रहा था और आराम से चुद्री थी और मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा और चोद रहा था कुछ देर बाद मैं झड़ गया था उस रात हम तीनों ने 5बार सेक्स किया। सुबह जब मैं उठा तो मैंने देखा कि नुरजा बेगम पर चला भी नहीं जा रहा था.
और फिर मैंने अपने हाथ से उठाकर गुसलखाना में ले गया और मैं उसे ने एक साथ सौच किया बो मुझ को देख रही थी और मैं उसकी चूचियों को दबाते हुए कहा क्या देख रही हो तो उसे ने कहा कि में कभी भी नहीं सोचा था कि मेरा निकाह एक मौलाना से होगा और मै उस से कहा कि मेरी जान है यह सब अल्ला ने जीवन में लिखा था और फिर हम दोनो बाथरूम से बाहर आ गए.
मै अपनी दैनिक क्रिया कर कर मस्जिद में नमाज़ पढ़ने चाला गया जब मैं अपनी नबाज पड़ी थी कि मैं अपने घर को लौट रहा था कि अचानक से बड़े मौलाना साहब ने मुझ को आवाज लगाई थी और फिरउनके पास पहुंचा तो उनोने बताया कि दिल्ली में जपीर मौलाना साहब का फोन आया था और फिर तुम को दिल्ली अभी Bulaya है तो दोस्त मे आप सब लोग को अगली कहानी में बताऊंगा कि दिल्ली मै क्या हुआ.