मेरे चाचा की पत्नी यानी मेरी चाची बहुत लाजवाब फिगर वाली 30 साल की सेक्सी औरत है, उनका फिगर तो मुझे नहीं पता, लेकिन बहुत मस्त लंड खड़ा कर देने वाली है। जब उनकी शादी हुई थी तो में बहुत छोटा था और हरदम उनके पास सोने की ज़िद करता था और सोने को मिल भी जाता था, लेकिन तब में बहुत छोटा था।
फिर अब में बड़ा हो गया तो उनको देख देखकर सिर्फ़ मुठ मारकर ही काम चलाना पड़ रहा था, कभी उनको नहाते हुए देखता, तो कभी जब वो कपड़े प्रेस करती तब उनके बूब्स को देखता और टायलेट जाकर मुठ मार लेता और ऐसे कई साल गुजर गये थे।
फिर एक दिन अचानक ऐसा हुआ कि चाचा दिल्ली गये थे और चाची के मायके में किसी की मौत हो गयी थी, तो चाचा ने मुझे फोन करके कहा कि चाची को बाईक से उनके मायके में पहुंचा दो। अब तो में खुश हो गया था और उन्हें लेकर जाने लगा, तो रास्ता काफ़ी खराब था और हल्की-हल्की बारिश हो रही थी इसलिए हमें ठंड भी लग रही थी, तो में बाइक धीरे-धीरे चला रहा था। अब चाची मुझसे चिपक कर बैठी थी।
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क्या मस्त आनंद आ रहा था? यार उनके बूब्स मेरी पीठ से चिपके थे। इतना आनंद मुझे पहली बार मिल रहा था, लेकिन दोस्तों उस दिन तो बस इतना ही हुआ।फिर जब वो वहां से वापस आई तो एक दिन नहा रही थी और में उन्हें दरवाजे के होल से देख देखकर लंड मसल रहा था, क्योंकि वो नज़ारा था ही कुछ ऐसा था। चाची एकदम नंगी थी, उनके सख्त बूब्स और उनकी गोरी चूत एकदम साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी। मेरा मन तो कर रहा था कि अभी दरवाजा तोड़ दूँ, लेकिन क्या करूँ दोस्तों? डर भी तो कुछ होता है।
लेकिन यार जब वो नहाकर बाहर आई तो कयामत ढा रही थी और में तो उन्हें देखता ही रह गया था। उनके बूब्स एकदम टाइट थे, फुल फिटिंग ब्लाउज डीप नेक वाला, जो हल्का- हल्का दर्शन करवा रहा था और उन्होंने अपनी साड़ी भी बहुत टाइट बांधी थी, जिससे उनके बड़े-बड़े चूतड़ भी साफ साफ पता चल रहे थे।
फिर वो अंदर अपने रूम में चली गयी और में भी टायलेट में मुठ मारने चला गया, लेकिन थोड़ी ही देर के बाद जब में निकला तो उन्होंने मुझे अपने रूम में बुलाया और कहने लगी कि तुम कहीं जा रहे हो क्या? तो में बोला कि नहीं में तो एकदम फ्री हूँ, कोई काम हो तो बोलो। फिर उन्होंने कहा कि हाँ काम तो बहुत ज़रूरी है, लेकिन कहने में डर लग रहा है, तो में तुरंत बोल पड़ा कि कैसा डर? में बाहर से थोड़े ही आया हूँ, तो उन्होंने कहा कि मेरा सिर बहुत तेज दर्द कर रहा है, थोड़ा सा ठंडा तेल मेरे सिर पर लगा दो।
फिर में बोला कि तो इसमें डरने वाली क्या बात थी? में तो आपके बेटे के जैसा हूँ और वो बेड पर बैठ गयी और में उनके आगे खड़ा होकर तेल लगाने लगा। अब मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था, क्योंकि मुझे उनके बूब्स की लाईन दिख रही थी और मेरा लंड भी पेंट के अंदर से ही उनके मुँह में जाने को बेताब था।
मैंने खूब सारा तेल उनके सिर पर गिरा दिया, जिससे थोड़ा-थोड़ा तेल उनके चेहरे पर भी आ गया। फिर करीब 20 मिनट तक में सिर दबाता रहा और उनके बूब्स देखता रहा और लंड को भी ठीक करता रहा, शायद वो भी मेरे लंड की हरकत का मज़ा ले रही थी। फिर जब उन्होंने कहा कि अब रहने दो, तो में बोला कि आपके चेहरे पर भी ग़लती से तेल लग गया है। तो उन्होंने कहा कि उसको तुम्ही पोछ दो, तो में अपने हाथ से ही पोंछने लगा।
अब में तो पागल हुए जा रहा था, तभी उनके मुँह से आआअहह की आवाज़ निकली तो में समझ गया कि अब इनका भी शरारत करने का मूड हो रहा है। फिर मैंने मौके का फ़ायदा उठाते हुए उनसे बोला कि आप लेट जाइये में आपकी मालिश कर देता हूँ, तो वो नहीं-नहीं कहने लगी, लेकिन में जिद्दी इंसान हूँ तो मैंने आख़िरकार उन्हें मना ही लिया और उनको साड़ी हटाने को बोला, तो वो बोली कि कोई देख लेगा। फिर में बोला कि आज कोई नहीं देखेगा, क्योंकि मैंने दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया था, अब वो खड़ी हुई और बोली कि तुम्ही इसे हटाओ।
अब तो मेरा बुरा हाल हो गया था, फिर मैंने उन्हें अपने करीब खींचा और उनकी साड़ी खोल दी। अब वो मेरे सामने सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में थी, तो में उनके पीछे जाकर उनके ब्लाउज को खोलने लगा और उन्होंने पेटीकोट भी खोल दिया। अब तो वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी। अब तो में उनके बूब्स और चूत को ऊपर से ही देखकर एकदम से पागल हो गया। फिर मैंने उन्हें बेड पर सुला दिया और मैंने भी अपनी शर्ट उतार दी और उनकी पीठ पर तेल लगाकर मालिश करने लगा। उनकी पीठ एकदम मुलायम थी।
अब मेरा लंड पेंट के अंदर से ही आतंक मचा रहा था, उसके बाद मैंने उनके पैर की मालिश की, फिर पेट पर मालिश की। अब तो मुझे उनके बूब्स भी थोड़े-थोड़े टच हो रहे थे। अब चाची की आँखे बंद थी तो मैंने भी खूब नज़ारे देखे। फिर मैंने धीरे से उनके बूब्स पर हाथ रख दिया और अपने दोनों हाथों से उनके बूब्स दबाने लगा। अब वो कुछ नहीं बोली, तो में समझ गया कि लोहा गर्म है। फिर थोड़ी देर तक बूब्स दबाते-दबाते अब मेरा एक हाथ उनकी चूत पर आ गया और उनके मुँह से आआहह आआहह आआआहह की आवाज़ें आने लगी। अब मैंने उनकी पेंटी को भी खींचकर निकाल दिया और ब्रा भी फाड़ दी।
अब तो में जन्नत की परी को ही देख रहा था। अब मैंने उनके बूब्स को मुँह में ले लिया और चूसने लगा और चाची भी अपने हाथ से अपनी ही चूत में उंगली डालने लगी। फिर में बोला कि चाची ये क्या, में हूँ ना? तो वो बोली कि तुमने तो अपना छुपाकर रखा है, तो में क्या करूँ?
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फिर मैंने तुरंत अपनी जीन्स खोल दी और अंडरवेयर भी उतार दिया। बाप रे बाप, अपना ही लंड देखकर में खुद हैरान हो गया कि ये इतना बड़ा कैसे हो गया? मेरा लंड करीब 8 इंच लम्बा था और चाची के हाथ में दे दिया, तो चाची बोली कि ये तो बहुत बड़ा है, तो मैंने कहा कि आप चाहो तो इसको अपने मुँह में डाल सकती हो। फिर उन्होंने कहा कि तुम्हें बताने की ज़रूरत नहीं है, तुम अपना काम करो, में अपना काम करती हूँ।
अब में एक हाथ से उसकी चूत सहला रहा था और एक हाथ से एक बूब्स दबा रहा था और अपने मुँह से दूसरा वाला बूब्स चूस रहा था, जो अब एकदम से टाईट हो चुका था। फिर थोड़ी ही देर के बाद चाची की चूत से पानी निकलने लगा तो अब में सब छोड़कर उसे चाटने लगा क्या महक थी और क्या टेस्ट था?
में आपको बता नहीं सकता यार मुझे बहुत मज़ा आ गया था और उधर मेरा लंड भी बिल्कुल तैयार था। अब चाची ने आआआआआआअहह आआआआआहह उूउऊहह उऊहह की आवाज़े भी तेज कर दी थी। फिर में उनके बूब्स को दबाने लगा ताकि में चाची को तड़पा सकूँ, फिर 15 मिनट के बाद चाची बोली कि अब बस करो, मेरी चूत के पुजारी अब सहन नहीं होता है।
फिर मैंने कहा कि ठीक है और अब मैंने अपने लंड को उनकी चूत में डालने से पहले फिर एक बार उनकी चूत को चाटने लगा। फिर 5 मिनट के बाद मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रखा और धीरे से एक धक्का दिया तो वो फिसलकर साईड में हो गया। तो चाची ने बोला कि तू अभी बच्चा ही है, तुझे इतना भी नहीं आता, तो में बोला कि चाची पहली ग़लती माफ़ कर दीजिए, अब कभी ऐसी गलती नहीं होगी।
फिर वो बोली कि तुम बहुत होशियार हो, आगे की तैयारी भी अभी से स्टार्ट कर दी। ये कहते हुए उन्होंने अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत पर रखा और मैंने एक जोरदार धक्का मारा तो मेरा आधा लंड उनकी चूत के मज़े लेने लगा और चाची की आँखो से पानी निकल पड़ा और मुँह से आआअहह की आवाज़ निकाल गई।
फिर मैंने दूसरे मौके में अपना पूरा लंड उनकी चूत में घुसा दिया था। अब में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा था, तो अब चाची भी खूब मज़े से चुदवा रही थी और आआआहह आआहह उूऊऊहह उूउऊहह की आवाजों से मुझे और ज्यादा उत्तेजित कर रही थी। फिर करीब 20 मिनट के बाद वो दुबारा से झड़ चुकी थी और में फिर से उनकी चूत चाटने लगा था। अब मैंने उन्हें अपने लंड पर बैठाया और वो ऊपर नीचे होने लगी। इस स्टाइल में चोदते हुए मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था और 25 मिनट तक इस स्टाइल में चोदने के बाद में भी झड़ने वाला था तो में बोला कि चाची अब मेरा भी लंड पानी छोड़ने वाला है।
तो वो बोली कि में उसे पीना चाहती हूँ तो वो मेरे लंड की सवारी करने के बाद उसे चूसने लगी और मेरे लंड का सारा पानी अपने मुँह में भर लिया और हम दोनों थोड़ी देर तक उसी बेड पर सोए रहे और एक दूसरे को चूमते रहे। फिर हमने 69 की पोज़िशन में 10 मिनट तक लंड और चूत को चूसा और मेरा लंड जंग लड़ने को फिर से तैयार हो गया। अब चाची ने भी मेरा पूरा साथ दिया, पता नहीं वो इसकी कितने दिनों से भूखी थी? और हमने फिर से चुदाई की।
फिर करीब 45 मिनट तक फिर से चोदने के बाद हम दोनों नहाने बाथरूम में चले गये और फिर जब हम वापस बाहर निकले तो चाची फिर उसी तरह एकदम सेक्सी सी लग रही थी। अब मुझे पता चल रहा था कि वो भी मेरी तरह पहली बार ही चुदवा रही है, इसके बाद में अपने घर चला आया जो थोड़ी ही दूर उसी मौहल्ले में था। अब जब भी हमें मौका मिलता है, तो चाची का फोन आ जाता है और में भी उनकी हर कामनायें पूरी कर देता हूँ, अभी तो सिर्फ़ 10 दिन में मैंने उनकी 22 बार चुदाई कर दी है ।।कैसी लगी चाची की चुदाई स्टोरी , अच्छा लगी तो शेयर करना , अगर कोई मेरी चाची की चूत की चुदाई करना चाहते हैं तो उसे अब ऐड करो.